देश के कई राज्यों में CASH संकट एक बार फिर गहरा गया है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड समेत गुजरात में बैंकों और ATM में कैश नहीं है. सबसे ज्यादा शिकायतें ग्रामीण इलाकों से आ रही हैं. लोग कैश पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं. आइए जानते हैं किस राज्य में क्या हैं हालात..
Bihar: कैश संकट का सबसे ज्यादा असर यदि किसी राज्य में है तो वो है बिहार. यहां पटना, बेगुसराय, सीवान, छपरा, सहरसा, भागलपुर समेत कई शहरों में लोग कैश पाने के लिए भटक रहे हैं. एटीएम और बैंक में भी नोट नहीं है. पटना के सबसे वीआईपी इलाके राजभवन के एटीएम में भी कैश नहीं है. इसी इलाके में राज्यपाल और सीएम नीतीश कुमार का आवास है.सहरसा में सभी बैंकों के करीब 150 एटीएम हैं, लेकिन एसबीआई के दो या तीन एटीएम से ही कैश निकल रहा है. भागलपुर में कुछ बैंक अधिकारियों का कहना है कि 2000 नोट आना बंद हो गया है. मोतिहारी में भी यह हालात पिछले एक सप्ताह से बने हुए हैं. औरंगाबाद में तो लोगों ने कैश ना मिलने की वजह से गोह-गया सड़क को जाम कर दिया.आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कैश संकट पर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार में विगत कई दिनों से अधिकांश ATM बिल्कुल ख़ाली है. लोगों के सामने गंभीर संकट है. लोगों का बैंकों में जमा अपना पैसा भी बैंक ज़रूरत के हिसाब से उन्हें नहीं दे रही है. नोटबंदी घोटाले का असर इतना व्यापक है कि बैंको ने हाथ खड़े कर रखे है. नए नोट सर्कुलेशन से क्यों ग़ायब है?
झारखंड: बिहार के बाद झारखंड कैश संकट से जूझ रहा है. झारखंड के बैंकों में पटना के आरबीआई रीजनल हेडक्वाटर से पैसा आता है. एक बैंक अधिकारी के ACCORDING, पिछले एक हफ्ते से झारखंड में कैश फ्लो बेहद कम रहा है. जिसकी वजह से कैश की दिक्कत आ रही है. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दो हजार के नोट अचानक आना कम हो गए. झारखंड में 3500 एटीएम हैं, इनमें से 750 एटीएम तो केवल रांची में हैं. इस बारे में जमशेदपुर के रहने वाले सिद्दार्थ दास ने कहा कि मैंने रांची में अपनी कार रिपेयर करवाई. मैं अलग-अलग इलाकों के करीब 13 ATM घूमा, लेकिन कैश कहीं नहीं मिला. आखिरकार मैंने मैकेनिक को चैक से पेमेंट किया तो वो भी हैरान रह गया.
या तो 2 हजार के नोट है या नोट ही नहीं है. वहीं, कई जगह केवल 200 रुपये के नोट ही निकल रहे हैं. यहां स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि सोमवार को खुद CM SHIVRAJ SINGH CHOHAN ने इसके पीछे साजिश की आशंका जाहिर करते हुए जांच की बात कही है.
उत्तर प्रदेश: नकदी का संकट उत्तर प्रदेश के छोटे शहरों में सबसे ज्यादा है. इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक भी बुलाई. कहा जा रहा है कि सीएम योगी CASH संकट को लेकर कल वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिख सकते हैं.
उत्तराखंड CASH संकट का असर उत्तराखंड में देखने मिला है. यहां ATM में CASH नहीं है. उत्तराखंड के श्रीनगर, रूद्रप्रयाग जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में तो कैश को लेकर हवाला भी हो रहा है. कई दुकानदार तो 1000 रुपये कैश देने के बदले 100 रुपये चार्ज कर रहे हैं.
वहीं, चम्पावत ज़िले में तो बैंक शादी का कार्ड देखकर खाता धारकों को भुगतान कर रहे हैं. बता दें कि कुछ ही दिनों में चारधाम यात्रा शुरु होने वाली है. ऐसे में बैंकों ने अतिरिक्त नकदी की मांग यात्रा सीजन को देखते हुए की है.
गुजरात: गुजरात में 10 दिन पहले ही नकदी की कमी हो गई थी, जिसका असर लोगों को काफी दिनों बाद देखने को मिला. जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों गुजरात के बैंकों ने नकदी निकालने की सीमा तय कर दी थी, फिर भी अब तक वह नकदी की कमी की समस्या से उबर नहीं पाई है.
Bihar: कैश संकट का सबसे ज्यादा असर यदि किसी राज्य में है तो वो है बिहार. यहां पटना, बेगुसराय, सीवान, छपरा, सहरसा, भागलपुर समेत कई शहरों में लोग कैश पाने के लिए भटक रहे हैं. एटीएम और बैंक में भी नोट नहीं है. पटना के सबसे वीआईपी इलाके राजभवन के एटीएम में भी कैश नहीं है. इसी इलाके में राज्यपाल और सीएम नीतीश कुमार का आवास है.सहरसा में सभी बैंकों के करीब 150 एटीएम हैं, लेकिन एसबीआई के दो या तीन एटीएम से ही कैश निकल रहा है. भागलपुर में कुछ बैंक अधिकारियों का कहना है कि 2000 नोट आना बंद हो गया है. मोतिहारी में भी यह हालात पिछले एक सप्ताह से बने हुए हैं. औरंगाबाद में तो लोगों ने कैश ना मिलने की वजह से गोह-गया सड़क को जाम कर दिया.आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कैश संकट पर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार में विगत कई दिनों से अधिकांश ATM बिल्कुल ख़ाली है. लोगों के सामने गंभीर संकट है. लोगों का बैंकों में जमा अपना पैसा भी बैंक ज़रूरत के हिसाब से उन्हें नहीं दे रही है. नोटबंदी घोटाले का असर इतना व्यापक है कि बैंको ने हाथ खड़े कर रखे है. नए नोट सर्कुलेशन से क्यों ग़ायब है?
झारखंड: बिहार के बाद झारखंड कैश संकट से जूझ रहा है. झारखंड के बैंकों में पटना के आरबीआई रीजनल हेडक्वाटर से पैसा आता है. एक बैंक अधिकारी के ACCORDING, पिछले एक हफ्ते से झारखंड में कैश फ्लो बेहद कम रहा है. जिसकी वजह से कैश की दिक्कत आ रही है. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दो हजार के नोट अचानक आना कम हो गए. झारखंड में 3500 एटीएम हैं, इनमें से 750 एटीएम तो केवल रांची में हैं. इस बारे में जमशेदपुर के रहने वाले सिद्दार्थ दास ने कहा कि मैंने रांची में अपनी कार रिपेयर करवाई. मैं अलग-अलग इलाकों के करीब 13 ATM घूमा, लेकिन कैश कहीं नहीं मिला. आखिरकार मैंने मैकेनिक को चैक से पेमेंट किया तो वो भी हैरान रह गया.
या तो 2 हजार के नोट है या नोट ही नहीं है. वहीं, कई जगह केवल 200 रुपये के नोट ही निकल रहे हैं. यहां स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि सोमवार को खुद CM SHIVRAJ SINGH CHOHAN ने इसके पीछे साजिश की आशंका जाहिर करते हुए जांच की बात कही है.
उत्तर प्रदेश: नकदी का संकट उत्तर प्रदेश के छोटे शहरों में सबसे ज्यादा है. इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक भी बुलाई. कहा जा रहा है कि सीएम योगी CASH संकट को लेकर कल वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिख सकते हैं.
उत्तराखंड CASH संकट का असर उत्तराखंड में देखने मिला है. यहां ATM में CASH नहीं है. उत्तराखंड के श्रीनगर, रूद्रप्रयाग जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में तो कैश को लेकर हवाला भी हो रहा है. कई दुकानदार तो 1000 रुपये कैश देने के बदले 100 रुपये चार्ज कर रहे हैं.
वहीं, चम्पावत ज़िले में तो बैंक शादी का कार्ड देखकर खाता धारकों को भुगतान कर रहे हैं. बता दें कि कुछ ही दिनों में चारधाम यात्रा शुरु होने वाली है. ऐसे में बैंकों ने अतिरिक्त नकदी की मांग यात्रा सीजन को देखते हुए की है.
गुजरात: गुजरात में 10 दिन पहले ही नकदी की कमी हो गई थी, जिसका असर लोगों को काफी दिनों बाद देखने को मिला. जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों गुजरात के बैंकों ने नकदी निकालने की सीमा तय कर दी थी, फिर भी अब तक वह नकदी की कमी की समस्या से उबर नहीं पाई है.
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